
शरारती बंदर की कहानी
By ahgadxaxibvzms

16 Nov, 2024

गाँव के एक पुराने विशाल बरगद के पेड़ के नीचे, शाम की हल्की धूप में शरातरी, एक चंचल और नटखट बंदर, अपने दोस्तों के साथ उछल-कूद और खेल-कूद में डूबा हुआ था। उसकी आँखों में अद्वितीय चमक और उत्साह था, जो उसके स्वभाव की ऊर्जा को दर्शाता था। "चलो, आज कुछ नया खेलते हैं!"

शरातरी अचानक पेड़ की ऊँचाई पर एक अजीब चमकदार फल देखता है। यह जादुई फल अपनी विचित्र रोशनी से उसे आकर्षित करता है। वह धीरे-धीरे चढ़कर उस फल के पास पहुँचता है, उसकी आँखें जिज्ञासा से भरी हुई होती हैं। "आखिर यह कौन सा फल है?"

जैसे ही शरातरी ने फल को चखा, उसके अंदर एक अद्भुत परिवर्तन होता है। उसे लगता है जैसे उसके अंदर नई शक्तियाँ आ गई हैं। अब वह और अधिक चपल और बुद्धिमान महसूस करता है। उसके दोस्तों ने भी उसके इस नए रूप को देखा और आश्चर्यचकित रह गए। "मुझे ऐसा लग रहा है जैसे मैं कुछ भी कर सकता हूँ!"

इसी बीच, गाँव में एक खतरनाक शिकारी का आगमन होता है जो जानवरों को पकड़ने के लिए जाना जाता है। उसकी छाया गाँव पर मंडराने लगती है, और सभी जानवर डर के मारे थरथराने लगते हैं। शिकारी, एक धूर्त और चालाक व्यक्ति, अपने जाल बिछाने की तैयारी करता है। "इस बार कोई नहीं बचेगा,"

शरातरी ने अपनी नई मिली शक्तियों का उपयोग करने का निर्णय लिया। वह अपने दोस्तों के साथ मिलकर एक योजना बनाता है ताकि शिकारी को गाँव से भगाया जा सके। उन्होंने रात के अंधेरे में एक गुप्त बैठक की, जहां सबने अपने विचार साझा किए। "हमें साथ मिलकर ही इस खतरे से निपटना होगा,"

अगली रात, जब शिकारी ने अपनी चाल चलने की कोशिश की, शरातरी और उसके दोस्तों ने अपनी योजना के अनुसार उसे घेर लिया। उनकी सामूहिक सूझबूझ और बहादुरी ने शिकारी को चकमा दे दिया, और वह अपने जाल में ही फँस गया। "अब तुम यहाँ से चले जाओ, और कभी लौटकर मत आना!" शिकारी हार मानकर गाँव छोड़ देता है, और शरातरी और उसके दोस्त विजयी होकर उत्सव मनाते हैं। गाँव में फिर से शांति और खुशी लौट आती है।