
एक बहुत प्यासा सारस
By Anish Kumar

30 Jun, 2024

एक सारस वहां रहता था, जो बहुत प्यासा था। उसने पानी की तलाश में अपने आवास से दूर जाने का फैसला किया।

सारस दिनभर घूमता रहा, लेकिन उसने पानी का कोई स्रोत नहीं पाया। वह थक गया था और उसकी प्यास बढ़ती जा रही थी।

फिर उसने एक पेड़ के नीचे एक मिट्टी का गमला देखा। गमले में थोड़ा सा पानी था, लेकिन वह उसे पीने में सक्षम नहीं था।

फिर उसने एक छोटे से केकड़े को देखा, जो पेड़ के पास ही था।

सारस ने केकड़े को धीरे-धीरे उठाया और उसे गमले में डाल दिया। केकड़ा गमले में डूब गया और पानी ऊपर उठ गया।

अब सारस पानी पी सकता था। वह अपनी लम्बी गर्दन को झुकाकर गमले में पानी पी गया।

उसकी प्यास बुझ गई थी और वह बहुत खुश था। वह आकाश की ओर देखकर खुशी से चीख पड़ा।

फिर सारस ने केकड़े को धीरे से गमले से बाहर निकाला और उसे वापस उसकी जगह पर छोड़ दिया।

सारस अब खुश और संतुष्ट था। उसकी प्यास बुझ गई थी और वह अब अपने आवास की ओर लौटने के लिए तैयार था।

वह खुशी से उड़ने लगा, जंगल के ऊपर से और फिर अपने घोंसले की ओर।

सारस ने सीखा कि कठिनाईयों का सामना करने के लिए धैर्य और बुद्धिमत्ता की आवश्यकता होती है।

सारस की कहानी हमें यह सिखाती है कि कठिनाईयों का सामना करने के लिए हमें कभी हार नहीं माननी चाहिए।