
फेनी का फुर्तीला जंगल
By Shubham shekhar

17 Aug, 2024

वह जंगल जहां खरगोश इतना तेज दौड़ता था कि हवा भी उसके पीछे रह जाती थी। गिलहरी ऐसी उछलती थी, मानो उड़ रही हो। और सर्प इतनी तेजी से रेंगता था कि आंखें भी उसका पीछा नहीं कर पाती थीं।

उसी जंगल में एक फेनी भी रहती थी, जो जंगल का सबसे कमजोर जानवर थी। वह न तो तेज़ दौड़ सकती थी, न ही ऊंची छलांग लगा सकती थी, और रेंगना तो उसके बस की बात ही नहीं थी।

एक दिन, जंगल में एक बड़ा सा शेर आया। सारे जानवर डर गए। खरगोश ने दौड़ने की कोशिश की, लेकिन शेर ने उसे पकड़ लिया। गिलहरी पेड़ पर चढ़ी, लेकिन शेर ने उसे भी पकड़ लिया। सर्प रेंगने लगा, लेकिन वो भी शेर के पंजे से बच नहीं पाया।

तभी फेनी आगे आई। उसने शेर से कहा, "महाराज शेर, आप बहुत ताकतवर हैं, लेकिन आप एक काम नहीं कर सकते।" शेर ने पूछा, "क्या नहीं कर सकता मैं?" फेनी ने कहा, "आप गा नहीं सकते।"

शेर हंसने लगा और बोला, "गाना? मैं शेर हूँ, मुझे गाना क्या आता है?" फेनी ने कहा, "लेकिन अगर आप गा सकें तो मैं आपको एक खजाना दिखाऊंगा।" शेर को लालच आ गया। उसने कहा, "ठीक है, मैं गाता हूँ।"

फेनी ने कहा, "आपको एक सुंदर गाना गाना होगा।" शेर ने गाना शुरू किया। उसकी आवाज़ इतनी भयानक थी कि सारे जानवर डर गए। लेकिन फेनी ने हिम्मत नहीं हारी। उसने शेर को और भी गाना बोल दिया।

तभी, दूर से एक शिकारी आ रहा था। शेर की आवाज़ सुनकर वो डर गया और भाग गया।

सारे जानवर फेनी की चालाकी देखकर दंग रह गए। उन्होंने समझा कि ताकत से ज्यादा दिमाग ही ज़रूरी होता है। और तब से, फेनी को जंगल का सबसे होशियार जानवर मानने लगे।