शेर और चूहाBy Vicky Kumar

शेर और चूहा
By Vicky Kumar
Created on 18 May, 2024

एक दिन, शेर अपनी गुफा में आराम से सो रहा था। वह अपने शिकार की थकान से बहुत थक गया था।

चूहा, जो वहां के पास रहता था, ने शेर को सोते हुए देखा और उसके शरीर पर चढ़कर खेलने लगा। शेर की नींद खुल गई।

चूहा डर गया और उसने शेर से माफी मांगी। वह अपनी छोटी और कमजोर स्थिति का जिक्र करते हुए शेर से कहा कि उसे जीने दे।

शेर चूहे की बातों पर हंसने लगा। वह उसे छोड़ देता है, उसकी बेबसी और निर्भरता को देखकर।

वह जोर-जोर से दहाड़ने लगा, अपनी बेबसी और डर का इजहार करते हुए।

चूहा ने शेर की दहाड़ सुनी और वह जल्दी से वहां दौड़ पहुंचा। उसने अपने नुकीले दांतों से जाल को काटना शुरू किया।

शेर आजाद हो गया और उसने चूहे को धन्यवाद दिया। वह चूहे की बहादुरी की प्रशंसा करने लगा।

शेर और चूहा अच्छे मित्र बन गए और वे एक साथ जंगल में रहने लगे।

उन्होंने सभी जानवरों को यह सिखाया कि हमें कभी किसी को छोटा या कमजोर नहीं समझना चाहिए।

वे बताते थे कि हर एक जीव का अपना महत्व होता है और हम सभी को एक-दूसरे की मदद करनी चाहिए।

उन्होंने यह भी सिखाया कि सच्ची मित्रता और सहयोग से कोई भी मुश्किल हल की जा सकती है।

इस प्रकार, शेर और चूहे ने अपने साथी जानवरों को एक बड़ा सबक सिखाया और जंगल में शांति और सद्भावना का माहौल बनाया।

शेर और चूहा
AI Children-stories Stories