
बंदर और शेर की कहानी
By Abdul Shahid

05 Jul, 2024

जंगल में एक छोटा सा बंदर रहता था। वह बहुत चतुर और होशियार था। उसकी चंचलता और हर्षोउल्लास से पूरे जंगल का माहौल हमेशा खुश रहता था।

उसी जंगल में एक शेर भी रहता था। वह बहुत ही मजबूत और शक्तिशाली था। उसकी डाहड़ से सभी जानवर डर जाते थे। उसे जंगल का राजा कहते थे।

एक दिन शेर बहुत प्यासे थे। उन्होंने जंगल में घूम-घूमकर बहुत खोजा पर वे पानी की झील नहीं पा सके। उन्हें बहुत कमजोरी महसूस हो रही थी।

बंदर ने शेर की हालत देखी और उन्हें सहायता करने का निर्णय लिया। वह उन्हें एक छुपी हुई झील की ओर ले गया। शेर ने पानी पीकर अपनी प्यास बुझाई और उन्हें राहत मिली।

शेर ने बंदर की सहायता की कद्र की और उन्हें अपना मित्र मानने का वादा किया। बंदर और शेर दोनों अब अच्छे दोस्त बन गए थे।

वे दोनों एक दूसरे की मदद करने में लगे रहे और इस प्रकार उनकी मित्रता और भी मजबूत होती गई। वे दोनों समझ गए थे कि एकता में शक्ति होती है।

जब दिन का समय समाप्त हो रहा था, शेर और बंदर दोनों ने एक साथ खाना खाया। उन्होंने एक दूसरे के साथ अपने अनुभव साझा किए और खुशी खुशी अपने-अपने घर लौट गए।

यह कहानी हमें यह सिखाती है कि हमें किसी की मदद करने से कभी नहीं डरना चाहिए, चाहे वह कितना ही शक्तिशाली क्यों न हो। एक सच्चे दोस्त की पहचान उसकी मदद करने वाली कर्मठता से होती है।

यह कहानी हमें यह भी सिखाती है कि कृतज्ञता कोई बड़ा गुण होता है। शेर ने बंदर की मदद की कद्र की और उसे अपना दोस्त मान लिया।

और अंत में, हमें यह भी समझना चाहिए कि हमें हमेशा एकता में ही अपनी शक्ति देखनी चाहिए। बंदर और शेर की कहानी हमें एकता, मित्रता और सहयोग का महत्व समझाती है।

इसलिए, हमें हमेशा अपने दोस्तों की मदद करनी चाहिए और साथ ही साथ हमें उनकी मदद की कद्र करनी चाहिए। हमें अपनी एकता को सम्मानित करना चाहिए और इसे बरकरार रखना चाहिए।

शेर और बंदर की कहानी हमें बहुत कुछ सिखाती है। हमें हमेशा याद रखना चाहिए कि हमारी शक्ति हमारी एकता में ही है और हमें हमेशा अपने मित्रों का सम्मान करना चाहिए।