
गिलहरी और शेर की कहानी
By Vivek Raj

28 Aug, 2024

चिप, एक छोटी गिलहरी, पेड़ पर अपने घर में बसने लगी। वह अपने छोटे से घर में खुश थी।

वह दिन भर खेलती और खाती। उसके पास अपनी खुशियों को बांटने के लिए कोई नहीं था, लेकिन वह खुश थी।

एक दिन, चिप नदी के किनारे गई और वहां उसे एक शेर मिला। शेर ने चिप को देखा और मुस्कान की।

शेर ने पूछा, 'तुम इतनी छोटी हो, फिर भी तुम इतनी साहसी कैसे हो?' चिप ने कहा, 'मैं अपने परिवार और दोस्तों की रक्षा के लिए कुछ भी कर सकती हूँ।'

शेर चिप की बात सुनकर हैरान रह गया। उसने सोचा कि अगर एक छोटी गिलहरी इतनी साहसी हो सकती है, तो उसे भी और अधिक बहादुर बनना चाहिए।

शेर ने कहा, 'तुमने मुझे बहुत कुछ सिखाया है, चिप। मैं आगे से और अधिक साहसी बनूंगा।'

चिप और शेर ने वादा किया कि वे एक दूसरे से सीखते रहेंगे और एक दूसरे की मदद करेंगे। उन्होंने ये भी कहा कि उन्हें अपनी बहादुरी को साझा करना चाहिए।

उन्होंने यात्रा की शुरुआत की और उन्होंने एक दूसरे से बहुत कुछ सीखा। चिप ने शेर को बहादुरी का अर्थ सिखाया, और शेर ने चिप को शक्ति का अर्थ सिखाया।

उन्होंने अपनी यात्रा का समापन किया और वे अपने नए ज्ञान को साझा करने के लिए तैयार थे। चिप और शेर ने सीखा कि बहादुरी और शक्ति दोनों ही आवश्यक हैं।

उन्होंने ये भी सीखा कि कोई भी, चाहे वह कितना भी छोटा हो, एक बड़ा फर्क ला सकता है। चिप और शेर ने ये सीखा और वे अपने नए जीवन को शुरू करने के लिए तैयार थे।