प्रकृति की गोद मेंBy Ravi

प्रकृति की गोद में
By Ravi

31 Aug, 2024

अमन अपनी छुट्टियों को वादियों में बिताने आया था। वह चिड़ियों की चहचहाहट से प्यार करता था और झरनों की धुन से खुश होता था।

उसकी माँ सुनिता वहाँ उसके साथ थीं। वह उसे प्रकृति की सौंदर्य से परिचित करा रही थीं, जिसे वह शहर में नहीं देख सकता था।

अमन और सुनिता ने सूरज की किरणों को धरती पर बिखरते हुए देखा। फूलों की महक और हरियाली ने उनके मन को खुशी से भर दिया।

सुनिता ने अमन को बताया कि प्रकृति की सौंदर्य का आनंद लेना ही जीवन का असली सार है। अमन ने इसे समझा और स्वीकार किया।

हवा के झोंके ने अमन के मन को छू लिया। वह लहरों के संगीत को सुन रहा था और उसे अपार खुशी महसूस हो रही थी।

सुनिता और अमन ने प्रकृति के सौंदर्य को समझा और उसके साथ जीने का तरीका सीखा। वे दोनों अपनी छुट्टियों को पूरी तरह से आनंदित कर रहे थे।