
राधा का सच्चा प्यार
By Kali Prasad

21 Aug, 2024

राधा एक नौजवान लड़की थी जो एक छोटे से घर में रहती थी। उसके सपनों में हमेशा एक खूबसूरत दुनिया बसी रहती थी।

राधा का परिवार गरीबी से जूझ रहा था। उसके माता-पिता उसे बहुत प्यार करते थे, लेकिन गरीबी के कारण वे उसे खुशियां नहीं दे सकते थे।

राधा का दिल एक लड़के, अर्जुन, पर आ गया था। अर्जुन उसका बचपन का दोस्त था, लेकिन वह राधा की भावनाओं को समझ नहीं पाया।

एक दिन, अर्जुन को अपने सपनों की नौकरी के लिए शहर छोड़ना पड़ा। राधा ने उसे जाते हुए देखा, लेकिन कुछ कह नहीं पाई।

अर्जुन ने उसे सिर्फ़ 'अलविदा' कहा और चला गया। उस पल, राधा का दिल जैसे टूट गया था।

समय बीतता गया, अर्जुन ने शहर में अपनी ज़िन्दगी बसा ली और किसी और से शादी कर ली। राधा को यह जानकर बहुत दुःख हुआ।

राधा ने अपने दर्द को छुपाते हुए अर्जुन को एक ख़त लिखा, जिसमें उसने उसे सच्चे दिल से खुश रहने की दुआ दी।

राधा का ख़त अर्जुन तक पहुंचा, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। अर्जुन को एहसास हुआ कि उसने अपनी सबसे सच्ची दोस्त और प्यार को खो दिया था।

अर्जुन ने राधा को खोजने की कोशिश की, लेकिन वह उसे कभी नहीं मिल पाई। वह बहुत दुःखी हो गया।

राधा अपने दर्द के साथ जीती रही, लेकिन उसने कभी किसी से शिकायत नहीं की। वह अपने दिल की जलन को सहते हुए भी दूसरों के लिए जीती रही।

राधा का प्यार सच्चा था, लेकिन उसे कभी मिला नहीं। उसका दर्द वही उसकी ज़िन्दगी बन गया।

कहते हैं, सच्चे प्यार का अंत कभी नहीं होता। राधा का दर्द हमेशा के लिए उसकी ज़िन्दगी का हिस्सा बन गया। वह जलती रही, लेकिन उसकी रूह ने कभी हार नहीं मानी।