
मगरमच्छ और बंदर की दोस्ती
By Awadhesh Kumar

03 Jun, 2024

मगरमच्छ ने बंदर से दोस्ती करने का सोचा। उसने बंदर से कहा, "अरे बंदर भाई, तुम रोजाना इस पेड़ पर फल खाते हो। क्या तुम मुझे भी कुछ फल दोगे?"

बंदर खुश होकर बोला, "क्यों नहीं! दोस्ती में तो सब कुछ साझा करना चाहिए।" बंदर ने कुछ मीठे फल तोड़े और मगरमच्छ को दे दिए। मगरमच्छ ने फलों का स्वाद चखा और बहुत खुश हुआ। इस तरह दोनों में दोस्ती हो गई।

कुछ दिनों बाद, मगरमच्छ की पत्नी ने अपने पति से कहा, "मैंने सुना है कि जो बंदर इतने मीठे फल खाते हैं, उनका दिल भी मीठा होता है। मुझे बंदर का दिल खाने का मन कर रहा है।"

मगरमच्छ अपनी पत्नी की इच्छा पूरी करने के लिए चिंतित हो गया, लेकिन उसने एक योजना बनाई।

अगले दिन मगरमच्छ ने बंदर से कहा, "बंदर भाई, मेरी पत्नी ने तुम्हें हमारे घर खाने पर बुलाया है। क्या तुम हमारे साथ चलोगे?" बंदर खुशी-खुशी मान गया।